
कुकदूर में ठगी की रहस्यमयी महिला का आतंक सोना-चांदी, पीतल-कांसा और घरेलू सामान समेटकर गायब कई घरों में हड़कंप

कुकदूर। थाना कुकदूर क्षेत्र में एक अज्ञात महिला ठग ने दो दिन में कई घरों को अपना निशाना बना लिया, और किसी को भनक भी नहीं लगी। कुई ग्राम में गुरुवार और शुक्रवार को घटित यह सिलसिला लोगों में दहशत और आक्रोश दोनों बढ़ा रहा है। ठगी की यह रहस्यमयी महिला खुद को “सोना चमकाने” और “बर्तन साफ़ करने” वाली बताकर घरों में घुसी, और फिर लाखों का सामान समेटकर ऐसे गायब हुई जैसे हवा में उड़ गई हो।
18 नवंबर की सुबह 8 से 10 बजे के बीच महिला ने एक-एक कर कई घरों की महिलाओं को अपने झांसे में लिया। लालच दिया, भरोसा जीता — और सोना-चांदी के जेवर, पीतल-कांसा के बर्तन, चांदी के आभूषण, यहां तक कि घरेलू सामान तक उठाकर ले गई। जाते-जाते मासूमियत से कह गई—“कल 19 तारीख को सब लौटाकर दूंगी।”
लेकिन 19 नवंबर की सुबह बीती, दोपहर बीती, शाम ढली… महिला का कहीं कोई नामोनिशान नहीं।
जब परिजनों ने खोजबीन शुरू की, तो एहसास हुआ कि वही महिला कई घरों से इसी तरह सामान ले गई थी। तब जाकर पूरे गांव में हड़कंप मच गया।
सकीला पति इसहाक, सरोज बर्वे पति मनोज, संतोषी बांधेकर पति रमेश, चितरेखा खरे पति विनोद सहित कई ग्रामीणों ने थाना कुकदूर पहुंचकर लिखित शिकायत दर्ज कराई है। अनुमान है कि कुल मिलाकर लाखों रुपये का कीमती सामान ठगी में साफ हो चुका है।
पीड़ितों का कहना है कि महिला न तो गांव की थी और न ही किसी ने उसे पहले कभी देखा था। उसकी बातचीत, आत्मविश्वास और तरीका इतना सहज था कि किसी को शक तक नहीं हुआ।
थाना कुकदूर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है। ग्रामीणों की मांग है कि इस ठगी को अंजाम देने वाली महिला की जल्द पहचान हो और पकड़े जाने पर कड़ी कार्रवाई की जाए।



